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डायबिटीज के मरीजो के लिए अहम बाते।

दुनियाभर में लाखों लोगों को प्रभावित करने वाली बीमारी डायबीटीज ( मधुमेह / Diabetes) एक ऐसी बीमारी है जो एक बार हो गई तो इसे पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता। हेल्दी लाइफस्टाइल, स्ट्रिक्ट डायट और रेग्युलर वर्कआउट के जरिए आप इस बीमारी को सिर्फ कंट्रोल में रख सकते हैं। डायबीटीज के मरीजों में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में एक्सर्साइज, खााना खाने की आदत और फिजिकल एक्टिविटी की भूमिका अहम है।

डायबीटीज के मरीजों के लिए बेहद जरूरी है कि वे अपने ब्लड शुगर लेवल के साथ-साथ अपने वजन पर भी नजर रखें क्योंकि डायबीटीज में अगर आपका वजन बढ़ा तो मोटापे की वजह से आपकी समस्याएं और बीमारी और ज्यादा बढ़ जाएगी। लिहाजा हर दिन कम से कम 30 मिनट की जॉगिंग, रनिंग या ब्रिस्क वॉकिंग (तेज कदमों से चलना) जरूर करें। डायबीटीज को कंट्रोल में रखने में फिजिकल ऐक्टिविटी काफी मदद करती है।

नियमित व्यायाम – शुगर लेवल को बेलेंस में रखने के लिए नियमित व्यायाम बेहद जरूरी है, जो आपके शरीर को स्वस्थ रखने के साथ-साथ आपके शुगर लेवल को भी ठीक रखता है।

योग से होगा फायदा

वैसे तो हर तरह की एक्सर्साइज करने से आपको अच्छा महसूस होता है और शरीर पर इसका पॉजिटिव असर दिखता है लेकिन खासतौर पर योग करने से स्ट्रेस यानी तनाव में कमी आती है। स्ट्रेस किसी भी व्यक्ति की सेहत को नकारात्मक रूप से प्रभावित करने वाला सबसे अहम फैक्टर है। ऐसे में योग से स्ट्रेस कम होगा तो बीमारी अपने आप कम हो जाएगी।

पैदल चलना-

पैदल चलना यानि टहलना और हल्का फुल्का ही सही लेकिन व्यायाम करना आपके ब्लड शुगर के बढ़ते स्तर को कम कर सकता है। अत: रोजाना सुबह शाम टहलने की आदत डाले। वहीं जब आप खाना खाने के तुरंत बाद चलते हैं, तब आपका बढ़ा हुआ ब्लड शुगर ऊर्जा निर्माण के लिए इस्तेमाल हो जाता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ने नहीं पाता है, खाना खाने के बाद थोड़ी दूर भी टहलने से ब्लड शुगर लेवल 12% तक कम हो जाता है

ऐरोबिक्स एक्‍सर्साइज

शुगर लेवल को नियमित रखने के लिए हफ्ते में कम से कम पांच दिन 30 मिनट ऐरोबिक्स एक्‍सर्साइज करनी चाहिए। या यों कहें कि एक सप्‍ताह में कुल 150 मिनट कसरत करनी चाहिए। कोशिश करें कि ऐसा न हो कि बिना कसरत किए दो दिन रहा जाए। शुरू में अधिक समय न निकाल सकें तो हर दिन 5 से 10 मिनट से शुरुआत कर सकते हैं। धीरे-धीरे समय को बढ़ाया जा सकता है।

पिलाटेज (pilates)

पिलाटेज वर्कआउट का नया ट्रेंड है और यह फिटनेस के मामले में बॉलिवुड ऐक्ट्रेसेस के बीच काफी फेमस है और डायबीटीज खासकर टाइप 2 डायबीटीज को मैनेज करने में भी पिलाटेज मदद कर सकता है। 2013 में हुई एक रिसर्च में यह बात सामने आयी थी कि टाइप 2 डायबीटीज से पीड़ित मरीजों की सेहत में सुधार करने के मामले में पिलाटेज बेहद असरदार और सुरक्षित एक्सर्साइज माना जाता है।

वेट ट्रेनिंग

स्‍ट्रेंथ या वेट ट्रेनिंग करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि शरीर इंसुलिन के प्रति ज्‍यादा संवेदनशील बनता है। टाइप 2 डायबीटीज की एक वजह शरीर में इंसुलिन के प्रति संवेदनशीलता न होना भी है। ऐसे में वेट ट्रेनिंग या स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करने से आपकी मांसपेशियां और हड्डियां मजबूत बनेंगी। डॉक्‍टर भी सलाह देते हैं कि हफ्ते में कम से कम 2 दिन स्‍ट्रेंथ ट्रेनिंग करनी चाहिए। इसमें वजन उठाना या रेसिस्‍टेंस बैंड का इस्‍तेमाल करना शामिल है।

अगर आपको ब्लड शुगर की समस्या रहती है तो यह बेहद जरूरी है कि आप अतिरिक्त सावधानी बरतें। ऐसे लोगों को अपने डॉक्टर से ग्लूकागन के लिए प्रिस्क्रिप्शन लेने के बारे में बात करनी चाहिए।

शुगर लेवल पर यह कैसे असर डालता है

खाने के बाद ख़ून में ग्लूकोज़ लेवल बढ़ता है. ख़ून में ग्लूकोज़ लेवल के इस तरह के उछाल को नियंत्रित करने के लिए शरीर इंसुलिन का रिसाव करता है, पर जिन्हें मधुमेह है, उनके लिए यह स्थिति इतनी आसान नहीं होती, क्योंकि उनके शरीर में इंसुलिन सही तरह काम नहीं करता. इससे ब्लड शुगर लेवल पर नियंत्रण नहीं रह पाता और ब्लड शुगर पर नियंत्रण ना रहने से इसमें आया उछाल रक्त धमनियों को नुक़सान पहुंचा सकता है।

वहीं जब आप खाना खाने के तुरंत बाद चलते हैं, तब आपका बढ़ा हुआ ब्लड शुगर ऊर्जा निर्माण के लिए इस्तेमाल हो जाता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ने नहीं पाता है।

डायबिटीज से जुड़ी खास बातें

ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए क्या खाएं –
शुगर की बीमारी में इन चीजों न करें सेवन –
ब्लड शुगर डाइट में कौन सी चीजें हैं फायदेमंद –

हमारे अनियमित खान-पान और ज्यादा मीठा खाने की आदत हमें ब्लड शुगर (Blood Sugar) का मरीज बना सकती है।जो लोग ब्लड शुगर से पीड़ित हैं उन्हें शुगर की बीमारी में क्या खाना चाहिए, और क्या नहीं इसका खास ध्यान रखना जरूरी होता है। कई लोग जानना चाहते हैं कि शुगर में कौन सी सब्जी खानी चाहिए, शुगर में कौन से फल खाने चाहिए, जिससे आप ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकते हैं। एक बार किसी को ब्लड शुगर हो गया फिर लाइफ में कई परेशानियां शुरू हो जाती हैं। ब्लड में शुगर की मात्रा को बैलेंस रखना काफी जरूरी होता है। भागदौड़ भरी जिंदगी में हमें अपनी डाइट (Diet) की जरूरतों का ध्यान रखना याद नहीं रहता है। ब्लड शुगर लेवल सही रहने पर आप डायबिटीज (Diabetes) और हार्ट (Heart) से संबंधित बीमारियों से बचे रहते हैं। ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए आपको फाइबर रिच फूड्स (Fiber Rich Foods) का सेवन करना काफी जरूरी होता है। साथ यह ध्यान रखना भी जरूरी है कि शुगर में परहेज क्या करने होते हैं।

क्या खाएं

नाश्ते में प्रोटीन से भरपूर चीजों का करें सेवन
कहा जाता है कि सुबह नाश्ता करने के बाद अगर आप दिन का खाना छोड़ भी दें तो ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन नाश्ता नहीं किया तो दिन में खाया खाना भी बेकार हो सकता है। नाश्ता न करने से सेहत पर कई हानिकारक प्रभाव पड़ते हैं अक्सर काम के चलते लोग नाश्ता करने से बचते हैं। ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए नाश्ते में प्रोटीन से भरपूर चीजों का सेवन करें।

ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए दालें एक बेहतर विकल्प हो सकती हैं. दालें प्रोटीन के साथ-साथ फाइबर का भी अच्छा स्रोत होती हैं।

आसानी से पचने वाली सब्जियों और फलों का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने के लिए साबुत अनाज, नट्स और बीज का सेवन भी फायदेमंद हो सकता है.

पपीता, कद्दू और हरी पत्तेदार सब्जियों को वरीयता दें
ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में पपीता, हरी पत्तेदार सब्जियां, तरबूज, टमाटर, कद्दू भी लाभदायक हो सकते हैं।

क्या ना खाएं

सॉफ्ट ड्रिंक का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है। सोडा और मीठे ड्रिंक में पाए जाने वाले स्‍वीटनर और प्रिजरवेटिव आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

चीनी को न कहें


ब्लड शुगर में चीनी का सेवन बंद करना चाहिए। इससे ब्लड शुगर का लेवल काफी तेजी से बढ़ता है। साथ ही रिफाइंड भी नुकसानदायक हो सकता है।

इन सब आदतों के साथ ही 7 से 8 घंटे की नींद जरूर ले, जिससे आप स्वस्थ और हल्दी रहे सकें।

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